ऑपरेशन MULE HUNT: सायबर फ्रॉड में म्यूल अकाउंट नेटवर्क का भंडाफोड़ | साइबर क्राइम ब्रांच अहमदाबाद
साइबर अपराध के बढ़ते मामलों पर लगाम कसते हुए साइबर क्राइम ब्रांच, अहमदाबाद शहर ने एक बड़ी और अहम कार्रवाई को अंजाम दिया है। I4C (Indian Cyber Crime Coordination Centre) के अंतर्गत संचालित SAMANVAYA PORTAL के डेटा विश्लेषण के आधार पर “OPERATION MULE HUNT” चलाकर साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल हो रहे म्यूल अकाउंट्स (Mule Accounts) का पर्दाफाश किया गया है। इस ऑपरेशन में सायबर क्राइम गेंग के 02 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके खातों के माध्यम से करोड़ों रुपये का साइबर फ्रॉड किया गया था।
SAMANVAYA PORTAL से हुआ खुलासा
गुजरात पुलिस द्वारा संचालित SAMANVAYA PORTAL साइबर क्राइम से जुड़े बैंक अकाउंट, लेन-देन और शिकायतों का एक केंद्रीकृत डेटाबेस है।
श्री जी.एस. मलिक, पुलिस आयुक्त, अहमदाबाद शहर के निर्देश पर, संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम ब्रांच) के मार्गदर्शन एवं नायब पुलिस आयुक्त, साइबर क्राइम ब्रांच की देखरेख में इस पोर्टल के डेटा का गहन विश्लेषण किया गया।
डेटा एनालिसिस में सामने आया कि:
-
UTKARSH Bank Account No. 1684020000000360
→ पंजाब और गुजरात में 02 साइबर क्राइम शिकायतें -
YES Bank Account No. 39427000000724
→ गुजरात, दिल्ली और कर्नाटक में 03 साइबर क्राइम शिकायतें
YES बैंक खाते से मात्र 03 महीनों में ₹4,77,13,875/- की डेबिट एंट्री पाई गई, जो साइबर फ्रॉड की गंभीरता को दर्शाती है।
BFX TRADING CO और म्यूल अकाउंट नेटवर्क
जांच में यह दोनों खाते BFX TRADING CO के नाम पर पाए गए। इसके प्रोपराइटर:
- गिरीशकुमार बीपीनचंद्र कोटेशा – अहमदाबाद
- ब्रिजेश दिनेशभाई पंचाल – अहमदाबाद
पूछताछ में यह सामने आया कि दोनों के संयुक्त और व्यक्तिगत रूप से 12 से अधिक बैंक अकाउंट थे, जिनके खिलाफ भारत के विभिन्न राज्यों में कुल 22 साइबर क्राइम शिकायतें दर्ज थीं।
आगे की जांच में यह संख्या और बढ़ी, जहां:
- कुल 60 बैंक अकाउंट खोले गए
- 21 बैंक अकाउंट्स पर 108 साइबर फ्रॉड शिकायतें दर्ज पाई गईं
साइबर फ्रॉड का MODUS OPERANDI (तरीका)
गिरफ्तार आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर BazaarFX नाम की एक एप्लिकेशन के माध्यम से फ्रॉड को अंजाम दिया।
कार्यप्रणाली:
- BazaarFX ऐप में Deposit ऑप्शन पर क्लिक करते ही QR Code जनरेट होता था
- पीड़ितों से QR Scan करवा कर पैसे ट्रांसफर करवाए जाते थे
- इन ट्रांजेक्शनों के लिए म्यूल अकाउंट्स आरोपियों द्वारा उपलब्ध कराए जाते थे
- ऐप में डिजिटल करेंसी के माध्यम से Deposit और Withdrawal की सुविधा भी दी गई थी
यह पूरा नेटवर्क एक संगठित साइबर फ्रॉड रैकेट को दर्शाता है।
जब्त किया गया भारी मात्रा में डिजिटल और बैंकिंग सामान
आरोपियों के कब्जे से निम्नलिखित सामग्री बरामद की गई:
- ✔️ चेकबुक – 57
- ✔️ पासबुक – 04
- ✔️ चेक – 15
- ✔️ मोबाइल फोन – 17
- ✔️ डेबिट/क्रेडिट कार्ड – 40
- ✔️ लैपटॉप – 01
- ✔️ BFX TRADING CO का UPI Scanner
- ✔️ IndusInd Bank का POS Machine
- ✔️ कंपनी स्टैम्प – 04
- ✔️ सिम कार्ड – 09
- ✔️ अन्य दस्तावेज और सामग्री
गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी
1️⃣ गिरीशकुमार बीपीनचंद्र कोटेशा (उम्र 38)
- शिक्षा: कक्षा 9 तक
- निवासी: अहमदाबाद
- मूल निवासी: जामनगर
2️⃣ ब्रिजेश दिनेशभाई पंचाल (उम्र 33)
- शिक्षा: कक्षा 12 तक
- निवासी: अहमदाबाद
- मूल निवासी: गांधीनगर
कानूनी कार्रवाई (BNS और IT Act)
आरोपियों एवं उनके सहयोगियों के खिलाफ Cyber Crime Police Station में
FIR No. 11191067250182/2025 दर्ज की गई है।
लगाए गए प्रावधान:
- BNS Act 2023:
धारा 317(2), 317(4), 318(4), 319(2), 61(2)(a), 3(5) - IT Act 2000:
धारा 66(C), 66(D)
108 साइबर फ्रॉड शिकायतें: राज्यवार आंकड़े
इन म्यूल अकाउंट्स के जरिए दर्ज शिकायतें देशभर में फैली हुई हैं:
- कर्नाटक – 13
- तेलंगाना – 12
- दिल्ली – 11
- महाराष्ट्र – 10
- तमिलनाडु – 10
- गुजरात – 9
- पश्चिम बंगाल – 8
- उत्तर प्रदेश – 7
- बिहार – 5
- राजस्थान – 4
- अन्य राज्य – शेष
👉 कुल शिकायतें: 108
म्यूल अकाउंट से सावधान रहें
यह मामला स्पष्ट करता है कि म्यूल अकाउंट साइबर फ्रॉड का सबसे बड़ा हथियार बन चुके हैं। किसी भी व्यक्ति द्वारा अपना बैंक अकाउंट, UPI, QR Code, POS मशीन या सिम कार्ड किसी अन्य को देना गंभीर अपराध है।
⚠️ नागरिकों के लिए चेतावनी:
- किसी भी ट्रेडिंग/इन्वेस्टमेंट ऐप में पैसे डालने से पहले उसकी वैधता जांचें
- QR Code स्कैन कर पैसे भेजने से पहले सतर्क रहें
- लालच भरे रिटर्न वाले ऑफर्स से बचें
📞 साइबर फ्रॉड की शिकायत के लिए तुरंत 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।
साइबर सुरक्षा में जागरूकता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।
