ई-कॉमर्स/ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड का नया तरीका: बारकोड बदलकर Amazon को लगा करोड़ों का चूना – मुंबई पुलिस की बड़ी कार्रवाई

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🚔 ई-कॉमर्स फ्रॉड का पर्दाफाश: बारकोड बदलकर करोड़ों की ठगी करने वाला गिरोह मुंबई क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ा

मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट-8 (अंधेरी) ने एक ऐसे अंतरराज्यीय ई-कॉमर्स फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़ किया है जिसने ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी Amazon को करोड़ों रुपये का चूना लगाया। गिरोह का तरीका बेहद चालाक और तकनीकी था — ये आरोपी डिलीवरी बॉक्स के बारकोड बदलकर रिटर्न और रिप्लेसमेंट ऑर्डर में फर्जीवाड़ा कर रहे थे।


⚙️ फ्रॉड का तरीका (Modus Operandi)

  1. आरोपी फर्जी ग्राहक खातों से महंगे इलेक्ट्रॉनिक आइटम जैसे मोबाइल, लैपटॉप, कैमरा आदि ऑर्डर करते थे।

  2. डिलीवरी के बाद बारकोड स्कैनिंग सिस्टम में हेरफेर करके असली प्रोडक्ट्स की जगह नकली या सस्ते प्रोडक्ट्स रिटर्न कर देते थे।

  3. Amazon की ऑटो-रिटर्न सिस्टम से रिफंड स्वीकृत हो जाता था, जिससे कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान होता था।

  4. गिरोह में शामिल कुछ लोग लॉजिस्टिक कंपनी और वेयरहाउस के कर्मचारियों से भी मिले हुए थे, जिससे सिस्टम में एंट्री बदलना आसान हो गया था।

  5. यह नेटवर्क मुंबई, ठाणे, पुणे, और गुजरात तक फैला हुआ था।

👮 पुलिस की कार्रवाई

मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट-8 की टीम ने गोपनीय सूचना के आधार पर जांच शुरू की और साइबर ट्रैकिंग से गिरोह के कई सदस्यों की लोकेशन ट्रेस की।
छापेमारी में चार आरोपी गिरफ्तार किए गए जिनके पास से निम्न वस्तुएं बरामद हुईं:

  • 250 से अधिक ई-कॉमर्स पैकेज बॉक्स

  • फर्जी बारकोड प्रिंटिंग मशीनें

  • दो वाहन — टाटा ऐस टेम्पो और ह्युंडई क्रेटा

  • 30 से अधिक मोबाइल फोन और लैपटॉप

  • ₹25 लाख नकद और बैंक ट्रांजेक्शन डिटेल्स

📂 👥 गिरफ्तार आरोपियों का विवरण

1. समशेरसिंह रघुवीर आल्हन (32 वर्ष)

निवासी - रांपुरा, तहसील हांसी, जिला हिसार, हरियाणा

2. विजयकुमार महेंद्रसिंह सारन (32 वर्ष)

निवासी - रांपुरा, तहसील हांसी, जिला हिसार, हरियाणा

3. पंकज कुमार हरिराम जिंदल (32 वर्ष)

निवासी - सुखचियां, तहसील बडगुड़ा, जिला सिरसा, हरियाणा

4. सुमंतकुमार दौराम साहू (29 वर्ष)

निवासी - गुरुग्राम, हरियाणा

स्थायी पता - ग्राम रांबोद, तहसील नवाघर, जिला बेमेतरा, छत्तीसगढ़

पुलिस के अनुसार, गिरोह के अन्य 3-4 सदस्य फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।

💰 कंपनियों को हुआ नुकसान

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इस गिरोह ने पिछले 8 महीनों में
₹3.5 करोड़ से अधिक का फर्जी रिफंड लिया।
Amazon सहित अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों को भी इनके नेटवर्क से नुकसान पहुंचा है।

🔒 क्राइम ब्रांच की चेतावनी

मुंबई क्राइम ब्रांच ने सभी ई-कॉमर्स कंपनियों को डिलीवरी बारकोड सिस्टम की सुरक्षा मजबूत करने और
रिटर्न-रिफंड प्रक्रिया में ऑडिट सिस्टम लागू करने की सलाह दी है।
साथ ही, आम जनता से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध कॉल या ऑर्डर लिंक पर विश्वास न करें।

यह केस दिखाता है कि कैसे साइबर और फिजिकल फ्रॉड के मेल से अपराधी कंपनियों की तकनीकी खामियों का फायदा उठा रहे हैं।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को अब AI-आधारित फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम और KYC वेरिफिकेशन को मजबूत करना जरूरी है,
ताकि भविष्य में इस तरह की ठगी को रोका जा सके।

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