केमिकल फ्रॉड: अहमदाबाद सिटी साइबर क्राइम ब्रांच ने नाइजीरियाई गैंग से जुड़े 5 साइबर ठगों को किया गिरफ्तार

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🔹 नाइजीरियाई गिरोह से जुड़े 5 साइबर ठगों को अहमदाबाद सिटी साइबर क्राइम शाखा ने किया गिरफ्तार 🔹

अहमदाबाद सिटी साइबर क्राइम ब्रांच ने एक अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन ठगी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो नाइजीरियाई गैंग के साथ मिलकर ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रहे थे। ये आरोपी फर्जी कंपनियों के नाम से व्यापार का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये ठग रहे थे और फिर उन पैसों को हवाला के जरिए विदेश भेज देते थे।

🧭 घटना का विवरण

फरियादी निहार अमरजीत वर्मा (26 वर्ष), निवासी मणिनगर, अहमदाबाद, ने शिकायत दर्ज कराई कि एक अफ्रीकी कंपनी ने उनसे ऑनलाइन संपर्क किया और खुद को “Eupatorium Mercola Liquid” नामक होम्योपैथिक दवा का खरीदार बताया, जिसका उपयोग अफ्रीका में मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों के इलाज में किया जाता है।

कंपनी ने बताया कि वे भारत में Sharma Enterprises Manufacturing नाम की कंपनी से यह दवा खरीदना चाहते हैं। आरोपियों ने वर्मा को समझाया कि अगर वह यह दवा ₹6,500 डॉलर में खरीदकर ₹11,000 डॉलर में उन्हें बेचें तो दोनों को मुनाफा होगा।

फरियादी ने पहले 1 लीटर का सैंपल ₹5,52,500 में खरीदा और दिल्ली जाकर एक अफ्रीकी व्यक्ति से मिलकर उसकी जांच कराई। सैंपल पास हो जाने के बाद उन्होंने आरोपियों को ₹27 लाख एडवांस दिए। लेकिन जब वे राजस्थान के भीलवाड़ा में “Sharma Enterprises” की जांच करने गए, तो वहां कोई कंपनी अस्तित्व में नहीं थी।

फरियादी को कुल ₹32,72,500/- का नुकसान हुआ, जिसके बाद साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया।

⚖️ दर्ज अपराध

गु.र. नं. 11191067250131/2025
भारतीय न्याय संहिता की धाराएँ:
316(2), 318(4), 319(2), 61(2)
साथ ही आईटी एक्ट की धारा 66(C), 66(D) के तहत अपराध दर्ज हुआ।

👮‍♂️ गिरफ्तार आरोपी

साइबर क्राइम ब्रांच की टीम — PI श्री P.V. Vaghela के नेतृत्व में — ने तकनीकी विश्लेषण और मानव खुफिया जानकारी के आधार पर आरोपियों को जामनगर से गिरफ्तार किया।
  • असगर अजीज पठान (43) – दिवेलिया चाल, बेड़ी, जामनगर
  • अभिषेक महेशभाई जोशी (26) – ग्राम मोटी गोप, जामजोधपुर, जामनगर
  • प्रविणभाई भोजाभाई नंदाणिया (30) – यादवनगर, रिंग रोड, जामनगर
  • दिप पॉपटपरी गोस्वामी (25) – बेड़ी बंदर रोड, जामनगर
  • नीतिन बाबूभाई भाटिया (26) – यादवनगर, जामनगर

🔍 मोडस ऑपरेंडी (Modus Operandi)

नाइजीरियाई गैंग के सदस्य भारत में बैठे इन आरोपियों से संपर्क करते थे।
ये लोग फर्जी बिजनेस डील का झांसा देकर पीड़ित से पैसे अलग-अलग बैंक खातों में जमा करवाते थे।
बाद में आरोपी पैसे ATM या चेक के माध्यम से निकालकर अपने “मुख्य नाइजीरियाई सरगना” को भेज देते थे।

💼 प्रत्येक आरोपी की भूमिका

  • नीतिन भाटिया और प्रविण नंदाणिया के खाते में ₹272500 आए, जो उन्होंने मिलकर दिप गोस्वामी को सौंप दिए।
  • असगर पठान और अभिषेक जोशी के खाते में ₹9.90 लाख जमा हुए, जो उन्होंने भी दिप गोस्वामी को दे दिए।
  • दिप गोस्वामी इस पूरे रैकेट का स्थानीय मास्टरमाइंड था। वह विभिन्न लोगों के नाम से फर्जी “एंटरप्राइज” के खाते खुलवाता और नाइजीरियाई गैंग को भेजने से पहले 7–10% कमीशन रख लेता।
  • अब तक इस गिरोह ने करीब ₹2 करोड़ की ठगी की है, और उपयोग किए गए खातों के खिलाफ तमिलनाडु, तेलंगाना और चंडीगढ़ में भी शिकायतें दर्ज हैं।

गिरफ्तारी के दौरान जब्त किया गया सामान

  • मोबाइल फोन – 08
  • चेकबुक – 02
  • डेबिट कार्ड – 01
  • सिम कार्ड – 01

📜 आरोपियों का आपराधिक इतिहास

  • दिप गोस्वामी पहले भी 2021 में नाइजीरियाई फ्रॉड केस में गिरफ्तार हो चुका है।
  • असगर पठान पर बीएनएस और जी.पी. एक्ट के तहत अन्य अपराध भी दर्ज हैं।
यह केस इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि कैसे अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग स्थानीय लोगों को अपने नेटवर्क में फंसाकर ऑनलाइन व्यापार के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करते हैं।
अहमदाबाद सिटी साइबर क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई से न केवल एक बड़े फ्रॉड नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ, बल्कि कई संभावित पीड़ितों को भी बचाया गया।

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