📰 क्रेडिट कार्ड बंद करवाने के नाम पर ₹14 लाख की ठगी — पन्ना पुलिस ने दो आरोपियों को झारखंड से दबोचा
पन्ना पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के एक बड़े मामले में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। पुलिस ने झारखंड से साइबर ठगी करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने क्रेडिट कार्ड बंद करवाने के नाम पर एक व्यक्ति से ₹14 लाख की ठगी की थी। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कुल ₹16 लाख का मशरूका (अवैध रूप से अर्जित सामान और नकदी) जप्त किया है।
👮♀️ पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू के निर्देशन में बड़ी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेदिता नायडू और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री वंदना चौहान के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई। थाना पवई में दर्ज प्रकरण अपराध क्रमांक 341/25 धारा 318(4) बीएनएस के तहत कार्रवाई हुई।
फरियादी अशोक कुमार सोनी, निवासी ग्राम सिमरिया गुलाब सिंह (पवई, जिला पन्ना) ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अज्ञात व्यक्तियों ने स्वयं को SBI कार्ड अधिकारी बताकर उनके खाते से ₹14 लाख की ऑनलाइन ठगी की है।
🔍 तकनीकी विश्लेषण और सायबर टीम की भूमिका
मामले की गंभीरता को देखते हुए पन्ना पुलिस की सायबर सेल को जांच में शामिल किया गया। तकनीकी साक्ष्य, कॉल डिटेल्स और मुखबिरों की सूचना के आधार पर पुलिस टीम झारखंड पहुंची और ग्राम ऊपर बिलेरिया, थाना पथरौल, जिला देवघर (झारखंड) से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपियों ने अपराध स्वीकार किया और उनके पास से बड़ी मात्रा में नकदी, सोना, चाँदी, लैपटॉप, मोबाइल फोन और दस्तावेज बरामद हुए।
🧑💼 गिरफ्तार आरोपी
हसन रजा, पिता मोहम्मद शकील अंसारी, उम्र 27 वर्ष
निवासी ग्राम कसइया, थाना पथरौल, जिला देवघर (झारखंड)इरफान अंसारी, पिता अताउल अंसारी, उम्र 25 वर्ष
निवासी ग्राम ऊपर बिलेरिया, थाना पथरौल, जिला देवघर (झारखंड)
💻 तरीका-ए-वारदात (Fraud Modus Operandi)
गिरफ्तार आरोपियों द्वारा साइबर ठगी के लिए निम्न तरीके अपनाए जाते थे —
लोगों से ANYDESK, TEAMVIEWER जैसे मोबाइल रिमोट एक्सेस ऐप इंस्टॉल करवाना।
बैंक अधिकारी बनकर क्रेडिट/डेबिट कार्ड की एक्सपायरी या लिमिट बढ़ाने के नाम पर ओटीपी मांगना।
APK फाइल भेजकर मोबाइल का डेटा चुराना।
फोन पर पेमेंट लिंक या रिक्वेस्ट भेजकर बैंक खाते से धन ट्रांसफर करना।
💰 जप्त सामग्री का विवरण (Seized Items)
| क्रमांक | वस्तु | अनुमानित मूल्य |
|---|---|---|
| 1 | नकद ₹8,50,000 | ₹8.5 लाख |
| 2 | सोना (18 ग्राम) | ₹2 लाख |
| 3 | चाँदी (1 कि.ग्रा.) | ₹1.5 लाख |
| 4 | लैपटॉप | ₹50,000 |
| 5 | मोबाइल (10 नग) | ₹3.5 लाख |
| 6 | 15 सिम कार्ड, 13 चेकबुक/पासबुक, 18 एटीएम/क्रेडिट कार्ड, 4 पैन कार्ड | ₹50,000 (अनुमानित) |
| कुल जप्त मशरूका | ₹16 लाख (लगभग) |
पन्ना पुलिस की यह कार्रवाई न केवल साइबर अपराधियों के लिए चेतावनी है, बल्कि जनता के लिए भी एक संदेश है कि अज्ञात कॉल्स पर अपनी बैंकिंग जानकारी साझा न करें और किसी भी रिमोट एक्सेस ऐप को इंस्टॉल करने से पहले पुलिस या बैंक से सत्यापन करें।


