🚨 सावधान: बैंक ऑफ़ इंडिया के नाम पर KYC फ़्रॉड – WhatsApp पर आ रहे हैं फ़ेक APK फाइल्स
आजकल साइबर अपराधी बैंक KYC अपडेट के नाम पर लोगों को ठगने का नया तरीका अपना रहे हैं। अगर आपको भी WhatsApp पर कोई ऐसा मैसेज मिला है जिसमें बैंक का नाम लेकर APK फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए कहा जा रहा है, तो तुरंत सावधान हो जाएं।
नीचे एक असली ठगी का उदाहरण है, जिसमें अपराधियों ने "Bank of India" के नाम से फ़र्ज़ी लेटर भेजा और उसके साथ एक Bank of India.apk (4.3 MB) फ़ाइल भी अटैच की।
🔴 यह फ्रॉड कैसे होता है?
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ठग WhatsApp या SMS पर आपको बैंक का नकली नोटिस भेजते हैं।
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उसमें लिखा होता है कि – “आपका KYC अपडेट नहीं हुआ है, आज ही खाता बंद हो जाएगा”।
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साथ ही एक APK फाइल भेजी जाती है और उसे इंस्टॉल करने को कहा जाता है।
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जैसे ही कोई व्यक्ति इस APK को इंस्टॉल करता है, वह मोबाइल में मैलवेयर डाल देता है।
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इसके बाद ठग आपके फोन का कंट्रोल ले लेते हैं और –
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बैंकिंग ऐप्स का OTP पढ़ सकते हैं
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UPI ट्रांज़ैक्शन कर सकते हैं
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आपके कॉन्टैक्ट्स और डाटा चुरा सकते हैं
⚠️ असली खतरे
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बैंक कभी भी WhatsApp या APK फाइल के जरिए KYC अपडेट नहीं करता।
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इस तरह की APK फाइल असल में स्पायवेयर या ट्रोजन वायरस होती है।
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एक बार इंस्टॉल होने पर आपके अकाउंट से लाखों रुपये गायब हो सकते हैं।
✅ सुरक्षित रहने के उपाय
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कभी भी WhatsApp/Email से आई APK फाइल डाउनलोड न करें।
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KYC अपडेट हमेशा बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या ब्रांच में जाकर ही करें।
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अगर ऐसा कोई मैसेज मिले तो तुरंत Block + Report करें।
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मोबाइल में हमेशा Play Store से ही ऐप इंस्टॉल करें।
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किसी भी तरह की संदिग्ध लिंक या फाइल को खोलने से पहले सोचें – क्या यह असली है?
🛑 अगर आपने गलती से APK इंस्टॉल कर लिया है तो?
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तुरंत मोबाइल को फ्लाइट मोड में डालें।
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बैंक की हेल्पलाइन पर कॉल करके नेटबैंकिंग और UPI ब्लॉक करवाएं।
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मोबाइल से वह ऐप अनइंस्टॉल करें और एंटीवायरस से स्कैन करें।
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पासवर्ड और UPI PIN तुरंत बदलें।
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नज़दीकी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन या 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करें।
आज के डिजिटल युग में ठग लगातार नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। "Bank of India.apk" जैसा मैसेज 100% फ्रॉड है।
याद रखें – बैंक कभी भी WhatsApp पर KYC के लिए APK फाइल नहीं भेजता।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
