ऑपरेशन INDIGO: गुजरात पुलिस ने पकड़ा अंतरराष्ट्रीय साइबर स्लेवरी गैंग – मुख्य भर्ती एजेंट नील पुरोहित गिरफ्तार

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ऑपरेशन INDIGO: गुजरात पुलिस ने पकड़ा अंतरराष्ट्रीय साइबर स्लेवरी गैंग – मुख्य भर्ती एजेंट नील पुरोहित गिरफ्तार

गुजरात के Cyber Centre of Excellence (CCoE) ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय साइबर मानव तस्करी और धोखाधड़ी नेटवर्क को ध्वस्त करके एक बड़ा अभियान चलाया है, जिसे कोडनेम “INDIGO” दिया गया है। इस ऑपरेशन के दौरान चार मुख्य रिक्रूटर और मानव तस्करी एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें सबसे अहम आरोपी और किंगपिन @Neel Purohit भी शामिल है।

ये गैंग भारतीय युवाओं, खासकर गुजरात के नौजवानों को विदेश में ऊंची तनख्वाह वाली नौकरी का लालच देकर म्यांमार, कंबोडिया, थाईलैंड जैसे देशों में चल रहे स्कैम कम्पाउंड्स में भेजता था, जहां उनसे जबरन साइबर क्राइम करवाए जाते थे।

🔎 पृष्ठभूमि: साइबर स्लेवरी और मानव तस्करी का नया खेल

पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों (म्यांमार, कंबोडिया, लाओस, फिलिपींस, थाईलैंड) में बड़े पैमाने पर स्कैम सेंटर्स चलने लगे हैं जो नौकरी के नाम पर भारतीय युवाओं को फंसाते हैं।

अक्टूबर 2025 में KK Park, Myawaddy (Myanmar) में भारत सरकार और एजेंसियों ने छापेमारी कर 465 भारतीयों को छुड़ाया, जिनमें से कई गुजरात के थे।

🎭 कैसे चलता था गैंग? (Modus Operandi)

1. फर्जी जॉब ऑफर और सोशल मीडिया पर लालच

  • टारगेट: बेरोजगार युवा, फ्रेशर, फ्रीलांसर, टेक ग्रेजुएट
  • माध्यम: WhatsApp, Telegram, Facebook, Instagram
  • फर्जी जॉब प्रोफाइल: IT सपोर्ट, डेटा एंट्री, क्रिप्टो ट्रेडिंग, कस्टमर सर्विस

2. नकली इंटरव्यू और वर्क प्रोसेस

  • वीडियो कॉल या चैट से "इंटरव्यू"
  • टिकट, वीज़ा, होटल — सब तैयार दिखाया जाता

3. टूरिस्ट वीज़ा पर बाहर भेजना

  • ज्यादातर को थाईलैंड टूरिस्ट वीज़ा पर भेजा जाता
  • बैंकॉक एयरपोर्ट पर चीनी/मलेशियाई हैंडलर उन्हें पकड़ लेते
  • सड़क मार्ग से अवैध रूप से म्यांमार के स्कैम कैंप्स में ले जाया जाता

4. स्कैम कम्पाउंड्स में यातना जैसा जीवन

  • पासपोर्ट छीन लिया जाता
  • काम से मना करने पर मारपीट व धमकी
  • 14–18 घंटे रोज फर्जी कॉल, निवेश फ्रॉड, रोमांस स्कैम आदि
  • CCTV निगरानी, बंद रूम, कोई आजादी नहीं

🌍 अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क

किंगपिन नील पुरोहित का नेटवर्क कई देशों में फैला था:

भर्ती नेटवर्क (Recruitment Countries)

  • भारत, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान
  • फिलिपींस, नाइजीरिया, मिस्र, कैमरून, बेनिन, ट्यूनीशिया

डेस्टिनेशन देश (Destination Countries)

  • म्यांमार, कंबोडिया, थाईलैंड, वियतनाम, दुबई

इस ऑपरेशन से साफ है कि यह सिंडिकेट चीन और दक्षिण एशिया के संगठित साइबर क्राइम नेटवर्क से जुड़ा हुआ था।

👮‍♂️ गुजरात पुलिस की कार्रवाई

CCoE ने इस्तेमाल किया: ✔ डिजिटल और तकनीकी खुफिया
✔ डेटा फॉरेंसिक
✔ पीड़ितों के बयान
✔ राष्ट्रीय एजेंसियों (I4C आदि) के साथ समन्वय

आखिरकार गुजरात पुलिस ने मानव तस्करी, धोखाधड़ी और साजिश के तहत केस दर्ज करके 4 आरोपियों सहित नील को गिरफ्तार किया।

ADGP डॉ. K.L.N. Rao, IPS ने कहा:

“गुजरात पुलिस संगठित साइबर अपराध और मानव तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है।”

⚠️ सार्वजनिक सलाह / Public Advisory

✈️ विदेश में नौकरी लेने से पहले ज़रूर पढ़ें

🔍 1. एजेंटों से सावधान

  • बिना जांचे-परखे किसी एजेंट पर भरोसा न करें
  • फर्जी वादे: "उच्च सैलरी, आसान काम, फ्री वीज़ा" = संदेह

🏢 2. कंपनी की जांच करें

  • लाइसेंस, एड्रेस, वेबसाइट, रिव्यू चेक करें
  • LinkedIn, Google, Embassy advisories देखें

📄 3. वीज़ा और ऑफर लेटर की सत्यता सुनिश्चित करें

  • काम के लिए टूरिस्ट वीज़ा पर न जाएं
  • वीज़ा नंबर व दस्तावेज़ सरकारी पोर्टल पर चेक करें

🚨 4. विदेश में फंसे हों तो तुरंत संपर्क करें

  • Indian Embassy / Consulate
  • Ministry of External Affairs
  • Local police

📢 माता-पिता के लिए विशेष सलाह

अगर आपका बच्चा विदेश में है और संपर्क नहीं हो पा रहा है: ➡️ तुरंत पुलिस व विदेश मंत्रालय से संपर्क करें

📞 कैसे रिपोर्ट करें?

📞 राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन: 1930
🌐 ऑनलाइन शिकायत करें: www.cybercrime.gov.in
🏢 नजदीकी पुलिस स्टेशन / साइबर सेल में रिपोर्ट करें

🚫 कभी ना करें:

❌ पासपोर्ट एजेंट को न दें
❌ अनरजिस्टर्ड एजेंसी को पैसे न दें
❌ “सीक्रेट जॉब” या “आज ही मौका” जैसी बातों पर भरोसा न करें

✔ सुरक्षित रहें

🔹 केवल सरकारी वेबसाइट पर वैरिफाइड एजेंट चुनें: www.emigrate.gov.in
🔹 नौकरी का ऑफर बिना कानूनी कॉन्ट्रैक्ट के स्वीकार न करें
🔹 किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें

Operation INDIGO भारत की साइबर स्लेवरी, मानव तस्करी और अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी के खिलाफ सबसे महत्वपूर्ण जीतों में से एक है। यह केस दिखाता है कि धोखाधड़ी अब सिर्फ ऑनलाइन नहीं, बल्कि डिजिटल मानव तस्करी के स्तर तक पहुँच चुकी है।

👉 यदि आप विदेश में नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो तैयारी, जांच और सतर्कता ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है।

सावधान रहें, समझदार बनें और दूसरों को भी जागरूक करें।
आपकी एक सतर्कता — आपकी जिंदगी बचा सकती है।


अगर आप चाहें तो मैं इस लेख का संक्षिप्त वर्ज़न, पोस्टर टेक्स्ट, ट्वीट थ्रेड, या वीडियो स्क्रिप्ट भी बना सकता हूँ।

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