अहमदाबाद साइबर क्राइम की बड़ी सफलता — फर्जी सरकारी जॉब स्कैम का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

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अहमदाबाद साइबर क्राइम की बड़ी सफलता — फर्जी सरकारी जॉब स्कैम का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

अहमदाबाद शहर की साइबर क्राइम शाखा ने एक बड़े अंतरराज्यीय ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी कर रहा था। इस मामले में मुख्य सरगना अमन कुमार वर्मा (उम्र 36 वर्ष) को झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया गया है।
 

🔹 मामला कैसे शुरू हुआ?

अहमदाबाद साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR (क्रमांक – 11191067250140/2025) के अनुसार, एक महिला शिकायतकर्ता जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रही थीं, उन्हें एक व्यक्ति ने खुद को इनकम टैक्स ऑफिसर बताकर संपर्क किया। आरोपी ने उन्हें "इनकम टैक्स विभाग" में नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया और नकली ईमेल आईडी से सरकारी विभाग जैसा ईमेल भेजा। फिर उसने महिला को बेंगलुरु और कोलकाता में इंटरव्यू और ट्रेनिंग के नाम पर बुलाया और ₹9,20,000/- की ठगी कर ली। आरोपी ने बाद में “Office of the Principal Chief Commissioner of Income Tax, Karnataka and Goa Region, Bengaluru” के नाम से फर्जी नियुक्ति पत्र (Appointment Letter) भेजकर महिला को भ्रमित किया।

🔹 आरोपी की गिरफ्तारी

मामले की गंभीरता को देखते हुए, अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर के नेतृत्व में संयुक्त पुलिस कमिश्नर (क्राइम ब्रांच) और डीसीपी (साइबर क्राइम) के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम गठित की गई।
तकनीकी विश्लेषण और बैंक ट्रांज़ैक्शन की जांच के बाद आरोपी को झारखंड में धनबाद से गिरफ्तार किया गया। आरोपी को अहमदाबाद लाकर 8 दिनों की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

🔹 आरोपी की जानकारी :

अमन कुमार नरेन्द्रनाथ वर्मा, उम्र 36 वर्ष, निवासी धनबाद (झारखंड)। आरोपी ने 12वीं तक पढ़ाई की है और Tally व कंप्यूटर अकाउंटिंग का कोर्स किया है।

🔹 आरोपी का Modus Operandi (ठगी की कार्यप्रणाली)

  • झूठा भरोसा बनाना: खुद को सरकारी अधिकारी बताकर युवाओं से संपर्क करना। 
  • नकली ईमेल बनाना: सरकारी विभाग जैसे नामों से ईमेल आईडी बनाकर मेल भेजना। 
  • फर्जी दस्तावेज़: नकली नियुक्ति पत्र, कॉल लेटर, और स्टांप वाले दस्तावेज़ तैयार करना। 
  • फीस की ठगी: “प्रोसेसिंग चार्ज”, “ट्रेनिंग फीस” आदि नाम पर पैसे वसूलना।
  • म्यूल अकाउंट का उपयोग: गरीब लोगों के बैंक खातों के जरिए ठगी की रकम निकालना। 
  • निरंतर संपर्क: WhatsApp, ईमेल और कॉल से भरोसा बनाए रखना। 
  • विलंब की रणनीति: “जॉब प्रोसेस चल रही है” कहकर समय खींचना। 
  • धमकी देना: पैसे वापस मांगने पर डराना या धमकाना।

🔹 आरोपी द्वारा उपयोग किए गए नकली डोमेन नाम

1 myhrmssbi.info
2 incometaxemployeecornerhrms.info
3 pwdmaha.info
4 indiapostgov.org
5 upstoxpro.info
6 dhnrailnetgov.info
7 incometaxgov.info
8 railnetgov.org
9 indiapostgov.online
10 maha-arogya.info
11 rdd-mahgov.info
12 incometaxhrms.in
13 railnetgov.com
14 incometaxgovinfo.in

🔹 आरोपी का आपराधिक इतिहास

अमन कुमार पहले भी इसी तरह के जॉब फ्रॉड केस में CBI मुंबई द्वारा गिरफ्तार हो चुका है। उस समय उसने खुद को “रूपेश” नाम से प्रस्तुत किया था और FCI, रेलवे, GST, और इनकम टैक्स जैसी सरकारी नौकरियों के नाम पर 18 युवाओं से ठगी की थी। CBI द्वारा की गई छापेमारी में नकली दस्तावेज़, सरकारी स्टांप, लेटरहेड और ₹14,11,000 नकद जब्त किए गए थे। जमानत पर छूटने के बाद भी आरोपी ने अपनी ठगी की गतिविधियाँ जारी रखीं।

🔹 अन्य राज्यों की शिकायतें

आरोपी के मोबाइल से मिले बैंक खातों की जांच में पाया गया कि NCRP पोर्टल पर 101 ऑनलाइन शिकायतें दर्ज हैं — जो अलग-अलग राज्यों से जुड़ी हैं। इससे संकेत मिलता है कि यह गिरोह राष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है।

🔹 अहमदाबाद साइबर क्राइम की सतर्कता

साइबर क्राइम ब्रांच अहमदाबाद इस मामले में ठोस सबूत इकट्ठा कर रही है और अन्य राज्यों के पीड़ितों से भी संपर्क कर रही है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि यदि किसी के साथ ऐसी ठगी हुई है तो वे तुरंत 1930 हेल्पलाइन या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।

⚠️ ऑनलाइन नौकरी ठगी से बचने के उपाय

  • स्रोत की जांच करें: केवल सर्टिफाइड जॉब पोर्टल और आधिकारिक वेबसाइटों पर ही आवेदन करें।
  • फीस मांगने वालों से सावधान रहें: सरकारी संस्थान कभी भी उम्मीदवार से पैसे नहीं मांगते।
  • निजी जानकारी साझा न करें: PAN, आधार या बैंक विवरण अजनबी को न भेजें।
  • नकली ईमेल से बचें: Gmail या Yahoo से आने वाले HR ईमेल पर भरोसा न करें।
  • OTP या PIN कभी साझा न करें।
  • ऑफर लेटर का सत्यापन करें: कंपनी की वेबसाइट या HR से पुष्टि करें।
  • शक हो तो तुरंत रिपोर्ट करें: 1930 हेल्पलाइन या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत करें।
  • मित्रों को जानकारी दें: ताकि वे भी इस प्रकार की ठगी से बच सकें।
अहमदाबाद सिटी साइबर क्राइम ब्रांच ने यह स्पष्ट किया है कि ऐसे साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और जनता को सतर्क रहने की अपील की गई है।

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