ऑनलाइन कार रेंटल धोखाधड़ी से सावधान
आजकल बिज़नेसमैन या यात्री जब किसी विदेशी यात्रा या दूसरे राज्य की ट्रिप पर जाते हैं, तो वे गूगल पर “कार रेंट” या “कैब बुकिंग” सर्च करके ऑनलाइन बुकिंग करना पसंद करते हैं। इसी सुविधा का फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं।
नीचे समझिए कैसे होता है यह ऑनलाइन कार रेंटल फ्रॉड –
गूगल सर्च और नकली वेबसाइट
- ठग गूगल पर विज्ञापन (Ads) देते हैं या अपने फर्जी वेबसाइट को खास कीवर्ड से सर्च में ऊपर लाते हैं।
- यात्री जब इन वेबसाइट्स पर विज़िट करते हैं, तो उन्हें बुकिंग के नाम पर वीडियो कॉल के लिए कहा जाता है।
वीडियो कॉल और एप डाउनलोड का जाल
- एंड्रॉयड यूज़र्स को APK (थर्ड पार्टी ऐप) डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है, जबकि एप्पल यूज़र्स को Google Meet के ज़रिये लिंक भेजा जाता है।
- कॉल के दौरान ठग कहते हैं कि “केवाईसी वेरिफिकेशन” ज़रूरी है, और इसके लिए स्क्रीन शेयर करना पड़ेगा।
स्क्रीन शेयरिंग से डिटेल्स चोरी
- स्क्रीन शेयर होते ही ठग पीड़ित को पेमेंट पेज खोलने और डेबिट/क्रेडिट कार्ड डिटेल भरने को कहते हैं।
- जैसे ही डिटेल डाली जाती है, ठग स्क्रीन से नंबर और CVV कॉपी कर लेते हैं।
OTP इंटरसेप्ट कर ट्रांजैक्शन पूरा करना
- ट्रांजैक्शन के लिए ज़रूरी OTP भी स्क्रीन शेयरिंग के कारण दिख जाता है, जिससे ठग पेमेंट प्रोसेस पूरा कर लेते हैं।
क्रेडिट कार्ड का ज़्यादा इस्तेमाल
- यह फ्रॉड अक्सर क्रेडिट कार्ड पर ज़्यादा देखा जा रहा है।
- ठग इन डिटेल्स का इस्तेमाल करके एप्पल या अमेज़न गिफ्ट कार्ड खरीदते हैं, जिन्हें ट्रेस करना मुश्किल होता है।
सावधान रहें – बचाव के उपाय
- कभी भी किसी अजनबी के कहने पर स्क्रीन शेयर न करें।
- डेबिट/क्रेडिट कार्ड डिटेल्स और OTP किसी को भी न दें।
- गूगल सर्च से बुकिंग करते समय वेबसाइट के URL और रिव्यू चेक करें।
- सिर्फ आधिकारिक और भरोसेमंद पोर्टल या ऐप से ही बुकिंग करें।
आराम और सुविधा के चक्कर में एक पल की लापरवाही से आपकी मेहनत की कमाई ठगों के हाथ लग सकती है। यात्रा शुरू करने से पहले सावधानी और सही जानकारी से ही बुकिंग करें, ताकि ट्रिप का आनंद और आपका बैंक बैलेंस – दोनों सुरक्षित रहें।